संस्कृति और विरासत
भाषाएँ व बोलियाँ
हिंदी अपने क्षेत्रीय अंतरों व बोलियों के साथ इस क्षेत्र की सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है। सीधी में बोली जाने वाली बोलियों में सर्वप्रमुख है बघेली जिसकी हिंदी भाषा के साथ शाब्दिक समानता लगभग 72 से 91% तक है। यह बघेलखण्ड के 78,00,000 लोगों द्वारा बोली जाती है। इसके अतिरिक्त गोंडी, जो एक प्राचीन बोली है गोंड जनजाति के लगभग 2,00,000 लोगों द्वारा बोली जाती है। लिपि सामान्यतः देवनागरी प्रयुक्त की जाती है।